बुधवार, 10 दिसंबर 2008

क्या इस बार पाकिस्तान सचमुच गंभीर है?

आज सुबह जब मैंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री सैयद युसूफ राजा गिलानी की प्रेस कांफ्रेंस सुना, तो उसमे गिलानी साहब बड़े ही सधे हुए लहजे में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। उनसे हब आतंकवाद के बारे में उनके रुख के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने काफी गोलमोल जवाब देकर यह जताने की कोसिस की कि वे भी इस मुद्दे के प्रति काफी गंभीर हैं और इसको लेकर कुछ करना चाहते हैं। लेकिन आतंकवाद को ख़तम करने के मुद्दे को लेकर पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने भी भारत के साथ द्विपक्षीय वार्ता में अपनी प्रतिबधता दोहराई थी। साथ ही कई अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में भी आतंकवाद को ख़त्म करने के लिए भारत एवं अन्य देशों का सहयोग करने कि बात कि थी। लेकिन इसके बाद भी वे या तो इसपर रोक लगाने में नाकामयाब रहे या उन्होंने इस दिशा में कोई कदम ही नहीं उठाया। हर बार कि तरह इस बार भी पकिस्तान के प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ सहयोग का भरोसा दिलाया है। अब देखना यह है कि क्या इस बार पाकिस्तान कि सरकार सचमुच आतंकवाद के खात्मे को लेकर गंभीर है या भीर अमेरिकी या भारतीय कार्रवाई को तलने के लिए दिया गया बयान है। यदि इसबार भी पाकिस्तान आतंकी शिविरों पर कार्रवाई में नाकाम रहा या कोई लापरवाही दिखाई तो आने वाले समय में उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

7 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

Mujhe lagta hai ki pakistan ki aadat mein hi shumar hai ki wo jo baat ya vada India ke saath karta hai, use nibhata nahi hai.Is baar bhi wo sirf statement hi de raha hai ki wo aatankvad ko khatam karne ke liye India ka poora saath dega lekin asaliyat mein wo khud aatankvad ko badava de raha hai.
Blog ki duniya mein shamil hone ke liye dhar sari badhaee.Likhte rahiye...
Meri dher sari subhkamnayen...!

Prakash Badal ने कहा…

पाकिस्तान की नीयत पर विश्वास करने सांप से दोस्ती करने जैसा है। जो कभी भी डंक मार सकता है।

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" ने कहा…

चिट्ठाजगत मे आपका हार्दिक स्वागत है.

खूब लिखें ओर अच्छा लिखें.

शुभकामनाऎं

ज्योत्स्ना पाण्डेय ने कहा…

चिट्ठाजगत में आपका हार्दिक स्वागत है
रचना पर टिपण्णी उसे पढ़ने के बाद दूँगी , शुभ-कामनाएं

मेरा ब्लाग आपकी टिपण्णी-सज्जा के लिए आतुर है कृप्या एक बार अवश्य पधारें

रचना गौड़ ’भारती’ ने कहा…

भावों की अभिव्यक्ति मन को सुकुन पहुंचाती है।
लिखते रहि‌ए लिखने वालों की मंज़िल यही है ।
कविता,गज़ल और शेर के लि‌ए मेरे ब्लोग पर स्वागत है ।
मेरे द्वारा संपादित पत्रिका देखें
www.zindagilive08.blogspot.com
आर्ट के लि‌ए देखें
www.chitrasansar.blogspot.com

!!अक्षय-मन!! ने कहा…

ye to aage ke paridaam hi tey karainge....
aapne kafi sahi mudda uthaya hai...........
๑۩۞۩๑वंदना शब्दों की ๑۩۞۩๑

Manoj Kumar Soni ने कहा…

सच कहा है
बहुत ... बहुत .. बहुत अच्छा लिखा है
हिन्दी चिठ्ठा विश्व में स्वागत है
टेम्पलेट अच्छा चुना है
कृपया वर्ड वेरिफ़िकेशन हटा दें .(हटाने के लिये देखे http://www.ucohindi.co.nr )
कृपया मेरा भी ब्लाग देखे और टिप्पणी दे
http://www.ucohindi.co.nr